[BEST HINDI LOVE POEM] सोचिए भी समझिए भी LOVE POETRY IN HINDI
हेलो दोस्तों ,
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हेलो दोस्तों ,
ये कविता मेरे एक दोस्त के द्वारा लिखी गई है अगर पसंद आये तो मुझे बहुत ख़ुशी होगी।
और मेरे इस website पे आपको इसी तरह का और भी बहुत सारी कवितायेँ मिलती रहें गई।
सोचिए भी समझिए भी
इस बात पर जरा गौर कीजिए भी
जो बीत गया वो हमारा नहीं
पर जो है वो भी कहाँ सहारा नहीं
हर रात का चांद नहीं
तो सुबह में कहां ढूंढे छाया कोई
रास्ते को समझते नहीं
तो मंजिल पर बिना थके क्या पहुंचा कोई
बारिश की बूंदों में आंसू भिगोये कहीं
तो मुस्कुरा हर नमक जख्म सहता कोई
उम्मीद खोकर कैसे जिए जानता नहीं
टूटी आस लेकर जाएँ कहाँ ये पता नहीं।
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